आदरणीय महोदय! माननीय प्रधानाचार्य जी, एवं शिक्षकगण और मेरे प्रिय सहपाठियों!
सर्वप्रथम मैं आप सभी को राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई देता हूं जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के दिन पूरे देश में बड़ी धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया जाता है लेकिन गणतंत्र दिवस मनाने के साथ-साथ इस को मनाने का कारण भी हमें जानना बहुत जरूरी है। 15 अगस्त सन 1947 को हमारा देश अंग्रेजों के नापाक चंगुल से आजाद हुआ और हम देशवासियों को अपनी मातृभूमि में आजादी की सांस लेने का मौका मिला
परंतु उस समय देश को चलाने के लिए हमारे पास कोई नियम, कानून, और संविधान नहीं था तब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की अध्यक्षता में संविधान समिति ने 2 साल 11 महीने 18 दिन में संविधान को तैयार किया जिसे 26 नवंबर सन 1949 को संविधान सभा ने पास किया और 26 जनवरी सन 1950 को देश में लागू किया गया जिसे हम, हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं
मित्रो ! हमारे संविधान की सबसे बड़ी विशेषता इसकी समानता और धर्म निरपेक्षता है हमारे संविधान के (preamble) प्रस्तावना में देश को एक धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य घोषित किया गया है अर्थात देश का कोई राज्य धर्म नहीं होगा और न ही धर्म और जाति के आधार पर किसी के साथ कोई भेद-भाव किया जाएगा बल्कि सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक, और राजनैतिक क्षेत्रों में समान रूप से फलने फूलने और तरक्की करने का अवसर प्राप्त होगा देश की एकता और अखंडता की सुरक्षा करना और संविधान की गरिमा को सुनिश्चित करना हम सभी का कर्तव्य है
अतः आइए गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम दृढ़ संकल्प लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता पर कभी आंच नहीं आने देंगे और संविधान की सुरक्षा के लिए हम हर प्रकार का बलिदान देने के लिए तैयार रहेंगे
ये नफरत बुरी है, न पालो इसे
दिलों में ख़लिश है, निकालो इसे
न तेरा न मेरा, न इसका न उसका
ये वतन है हम सब का, बचा लो इसे
धन्यवाद!
जय हिंद जय भारत
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सर्वप्रथम मैं आप सभी को राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई देता हूं जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज के दिन पूरे देश में बड़ी धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया जाता है लेकिन गणतंत्र दिवस मनाने के साथ-साथ इस को मनाने का कारण भी हमें जानना बहुत जरूरी है। 15 अगस्त सन 1947 को हमारा देश अंग्रेजों के नापाक चंगुल से आजाद हुआ और हम देशवासियों को अपनी मातृभूमि में आजादी की सांस लेने का मौका मिला
परंतु उस समय देश को चलाने के लिए हमारे पास कोई नियम, कानून, और संविधान नहीं था तब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की अध्यक्षता में संविधान समिति ने 2 साल 11 महीने 18 दिन में संविधान को तैयार किया जिसे 26 नवंबर सन 1949 को संविधान सभा ने पास किया और 26 जनवरी सन 1950 को देश में लागू किया गया जिसे हम, हर साल गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं
मित्रो ! हमारे संविधान की सबसे बड़ी विशेषता इसकी समानता और धर्म निरपेक्षता है हमारे संविधान के (preamble) प्रस्तावना में देश को एक धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य घोषित किया गया है अर्थात देश का कोई राज्य धर्म नहीं होगा और न ही धर्म और जाति के आधार पर किसी के साथ कोई भेद-भाव किया जाएगा बल्कि सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक, और राजनैतिक क्षेत्रों में समान रूप से फलने फूलने और तरक्की करने का अवसर प्राप्त होगा देश की एकता और अखंडता की सुरक्षा करना और संविधान की गरिमा को सुनिश्चित करना हम सभी का कर्तव्य है
अतः आइए गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम दृढ़ संकल्प लेते हैं कि हम देश की एकता और अखंडता पर कभी आंच नहीं आने देंगे और संविधान की सुरक्षा के लिए हम हर प्रकार का बलिदान देने के लिए तैयार रहेंगे
ये नफरत बुरी है, न पालो इसे
दिलों में ख़लिश है, निकालो इसे
न तेरा न मेरा, न इसका न उसका
ये वतन है हम सब का, बचा लो इसे
धन्यवाद!
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